राजस्थान के विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए बहुत अहम माने जा रहे है .पार्टी ने चुनाव जीतने और टिकट वितरण करने से लेकर तमाम पहलुओं पर बारीकि से काम करना शुरु कर दिया है .राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों पर पार्टी अब बड़े तौर पर सर्वे करवाने जा रही है .इसके लिए पार्टी ने टीम भी दूसरे राज्यों से बुलाई है .इस टीम में शामिल होंगे उन राज्यों के बीजेपी विधायक. जो प्रत्येक सीट पर बारीकि से आकलन करेंगे और रिपोर्ट आलाकमान को देंगे
बीजेपी करवाएगी विधायकों से सर्वे
भारतीय जनता पार्टी सीट टू सीट और मैन टू मैन मार्किंग करने जा रही हैं।इसकी जिम्मेदारी बीजेपी शासित 5 राज्यों के विधायकों को सौंपी गई हैं। प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी अन्य राज्यों के बीजेपी विधायकों को दी गई हैं। एक विधायक को एक सीट की जिम्मेदारी मिली है। इस सीट पर यह विधायक 7 दिन का कैंप करेंगे। वहीं, 7 दिन में तैयार फीडबैक केन्द्रीय नेतृत्व को सौपेंगे।
बीजेपी अलग रणनीति पर काम कर रही
माना जा रहा है कि इन विधायकों की रिपोर्ट विधानसभा चुनावों में टिकट देने और टिकट काटने का आधार बन सकती है। हालांकि केन्द्रीय नेतृत्व पहले से ही प्रदेश की सभी सीटों का सर्वे करवा चुका है। सर्वे में जिन सीटों पर कांग्रेस को बढ़त बताई गई है। उन सीटों पर बाहर से आने वाले विधायकों को विशेष फोकस करने के निर्देश भी दिए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि जिन सीटों पर कांग्रेस व अन्य दलों का कब्जा है, उनके लिए भाजपा अलग रणनीति पर काम कर रही है।
बड़े पैमानों पर होगा टिकटों में बदलाव
भाजपा कांग्रेस के मुकाबले चुनावों में टिकट बदलने में हमेशा आगे रहती है .इस बार भी माना जा रहा है कि पार्टी बड़े पैमाने पर टिकटो में बदलाव कर सकती है .और कई मौजूदा विधायकों के टिकट भी काटे जा सकते है .ऐसे में जिन विधायकों की रिपोर्ट सर्वे में खराब है .उन सीटों के पर भी बाहर से आने वाले विधायक एक विशेष रिपोर्ट तैयार करेंगे.जिसमें यह बताया जाएगा कि अगर किसी विधायक अथवा उम्मीदवार का टिकट कटता हैं तो बगावत के कितने आसार बन सकते हैं। इन परिस्थितियों से कैसे निपटा जाए। वहीं पार्टी में जो अभी असंतुष्ट धड़ा हैं। उसकी क्षेत्र में कितनी पकड़ है। उसका जिक्र भी विधायकों की रिपोर्ट में होगा।