राजस्थान में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ने एक बार फिर से सदस्यता अभियान शुरू किया है। इसे विशेष सदस्यता अभियान का नाम दिया गया है। प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और कोर कमेटी के सदस्यों ने गुरुवार को विशेष सदस्यता अभियान को लॉन्च किया। यह अभियान 28 अगस्त तक चलेगा।पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बीजेपी के विशेष सदस्यता अभियान की लॉन्चिंग में भी मौजूद नहीं रही।
वसुंधरा के लिए सीपी को देनी पड़ी सफाई
राजे को भी इस अभियान को लॉन्च करना था , पूर्व मुख्यमंत्री राजे कोर कमेटी के सदस्य हैं, लेकिन वह कार्यक्रम में नहीं आईं।वसुंधरा के नहीं आने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे हमारी वरिष्ठ नेता हैं। वह हर मीटिंग में मौजूद रहती हैं, लेकिन इस बार उनका मैसेज आ गया था कि उनके परिवार का कोई सदस्य अस्पताल में भर्ती है, ऐसे में वह आज के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगी।
वसुंधरा राजे क्यों हुई नाराज ?
पूर्व मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी से कई कयास लगाए जा रहे है .क्योंकि आज ही चुनाव प्रबधंन समिति और चुनाव संकल्प समिति के सदस्यों की बीजेपी ने घोषणा की थी.और दोनों की ही लिस्ट में राजे का नाम नदारद था.जानकारों की माने तो पहले राजे का सदस्यता अभियान में आना लगभग तय था,लेकिन जैसे ही दोनों लिस्ट सामने आई उसके बाद से राजे का नहीं आना लगभग तय हो गया.क्योंकि एक उम्मीद थी कि कही ना कही राजे को बड़ी जिम्मेदारी पार्टी की ओर से दी जाने वाली है ,लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
बीजेपी के अभियान का फोकस
अभियान अभियान में बीजेपी ने फर्स्ट टाइम वोटर पर फोकस किया हैं। इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव में 20 लाख से ज्यादा फर्स्ट टाइम वोटर वोट करेंगे। ऐसे में इन्हें पार्टी से जोड़ने के लिए बीजेपी विशेष सदस्यता अभियान चलाया है। अभियान के तहत घर-घर जाकर बीजेपी कार्यकर्ता पार्टी के लिए नए सदस्य बनाएंगे। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि नव मतदाता भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ना चाहता है। वह चाहता है कि उसका फर्स्ट वोट राष्ट्र के नाम समर्पित हो।